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PM Kisan Yojna:- नमस्कार दोस्तों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देश के किसानों को लाभ पहुँचाने के लिए अभी तक जितने भी केंद्र सरकारी योजनाओं की शुरुआत की गई है, उनमे से एक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भी शामिल है, जो किसानों के लिए शुरू की गई सभी सरकारी योजनाओं से एक है. क्योंकि PM Kisan Samman Nidhi Scheme में भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है|
बता दें की आजादी के कितने वर्षों बाद देश के किसानों को पहली बार लाभ मिल रहा है, जो सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जा रहा है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत खेती करने के लिए किसानों को पर्त्येक वर्ष 6,000 रुपये की सहायता राशि सरकार की ओर से प्रदान किया जा रहा है, ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकें|
लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से पीएम किसान योजना के जरिये मिल रहे किसानों को 6,000 रुपये की राशी को ना तो कोई अधिकारी को खाने में बन रहा है, ना हीं किसी नेता को. इसलिए अब कृषि विशेषज्ञों के द्वारा यह रकम को और बढ़ाने की मांग किया जा रहा हैं, ताकि अन्नदाताओं की स्थिति में सुधार आ सकें|
इस योजना में कृषि विशेषज्ञों का मानना है की लाभार्थी किसानों को सीधे पैसा देना ज्यादा फायदेमंद है, नहीं तो अधिकारी और नेता रजिस्टरों में हीं पैसा खत्म कर देते हैं. हालाँकि, आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) के अनुसार देश के करीब 17 राज्यों में किसानों की वार्षिक आय मात्र 20,000 हजार रुपये है. अगर इन किसानों की आय को दुगनी करनी है, तो सभी को सीधे दी जाने बाली सहायता राशी को और भी बढ़ाना होगा|
PM किसान योजना को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री का प्रस्ताव
आपको बता दें की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री का कहना है की वर्ष 2017 में जब उन्होंने इंडिया से बाहर स्विट्जरलैंड जाकर वहां के खेती मॉडल का अध्यन किया था, उस समय वहां के सरकार किसानों को पर्त्येक वर्ष प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 2993 यूरो यानी लगभग 2.5 लाख रुपये खेती करने केलिए स्कॉलरशिप के रूप में प्रदान करती थी. यानि की वहां के किसानों को 1 लाख रुपये प्रति एकड़ सहायता राशी दी जाती है. जबकि इसी के तरह वहां पशुपालकों को 300 यूरो यानी की लगभग 25,000 रुपये मिलते थे|
पीएम किसान योजना के पूर्व सदस्य यानि सोमपाल शास्त्री का कहना है की मै भी भारत में इसी मॉडल पर किसानों को पर्त्येक वर्ष एक निश्चित रकम देने का मांग कर रहा हूँ. क्योंकि हमारे देश में करीब 86% लागु एवं सीमांत किसान हैं, जिन्हें 20,000 रुपये प्रति एकड़ और उससे बड़े किसानों को 15,000 रुपये प्रति एकड़ और कम से कम 10 हेक्टेयर से अधिक खेती करने बाले किसानों को सलाना 10,000 रुपये की सहायता राशी प्रति एकड़ के हिसाब से दिया जा सकें. जिससे किसानों की स्थिति में काफी सुधार आ सकता है|
प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसने कितनी मदद की मांग
आप जान लें की कृषि वैज्ञानिक MS स्वामीनाथन की अगुवाई वाले Swaminathan Foundation की ओर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को दी जाने वाली राशी को 6,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये सालाना करने का सुझाव दिया है|
और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. सौम्य कांति घोष ने अपने एक रिसर्च पेपर में कहा है कि प्रधानमंत्री किसान योजना की रकम को अगले 5 सालों के लिए सलाना 6,000 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये के बिच करना चाहिए, यह देश के किसानों को खेती करने के लिए काफी उत्साह बढ़ाएगा|
जबकि पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने PM Kisan Yojna के तहत किसानों को पर्त्येक वर्ष 12,000 रुपये की सहायता राशी प्रदान करने का सुझाव दिया है|
इतना हीं नहीं राष्ट्रीय किसान महासंघ के संस्थापक सदस्य और कृषि मामलों के जानकार विनोद आनंद ने PM Kisan Scheme के तहत किसानों को पर्त्येक वर्ष 24,000 रुपये देने की मांग कर रहे हैं| साथ हीं किसान शक्ति संघ के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह भी इसे हर माह 2000 रुपये करने की मांग कर रहे हैं, यानि की वह भी इस योजना में सालाना 24 हजार रुपये देने की मांग कर रहे हैं|
आपको इस आर्टिकल में पीएम किसान योजना की रकम बढ़ाने की मांग को लेकर सारी जानकारी प्रदान कराया गया है, लेकिन अभी आपके पास इस योजना से जुड़ी कोई सवाल है, तो कमेंट बॉक्स के जरिये पूछ सकते हैं|